विटामिन पी, विटामिन पी का कैंसर में उपयोग, Vitamin P
नोबेल पुरस्कार के विजेता Physiologist Albert Szent Gyorgyi ने पौधों से प्राप्त होने वाले Super Healing Substances को vitamin P की संज्ञा दी थी. जिनको अब Flavanoid के नाम से जाना जाता है. Flavanoid मुख्य रूप से विटामिन C के अवशोषण के लिए , दांतों और हड्डियों की सुरक्षा के लिए और कोलेजेन के निर्माण के लिए जरुरी होते है जिससे रक्तवाहिनियो और मासपेसियो का निर्माण होता है .आज हम इन Flavanoid के कैंसररोधी गुणों की चर्चा करेंगे.
वैसे तो कई प्रकार के Flavanoid होते है लेकिन तीन चार मुख्य प्रकार के Flavanoid है,जो कैंसर ले लड़ने में हमारी मदद करते है।
Quercetin
Rutin
Curcumin
Hesperidin
Quercetin :इसको Anticancer Flavanoid के नाम से जाना जाता है ये मुख्य रूप से सेब, प्याज और खट्टे फलो में पाया जाता है शोध में पता लगा है कि अगर हम Quercetin को Green tea के साथ उपयोग में लेते है, तो इनमे बहुत ही पावरफुल कैंसररोधी दवा बन जाती है.
Rutin : Rutin एक बहुत अच्छा एंटीऑक्सीडेंट है जो कैंसर से लड़ने में काफी उपयोगी होता है ये सुजन को कम करता है और नयूरोंस को भी बचाता है ये मुख्य रूप से साइट्रस फलो में पाया जाता है इसके इलावा ये चोलाई में भी पाया जाता है.
Curcumin भारतीयों के मुख्य मसाले हल्दी में पाया जाता है, जिसके अंदर कैंसर से लड़ने की अचूक क्षमता पाई जाती है Curcumin को अगर काली मिर्च में पाए जाने वाले piperine के साथ मिक्स करके लिया जाता है, तो ये एक पावरफुल anticancer duo बन जाता है जो बहुत से कैंसर से लड़ने में सक्षम है.
Hesperidin: ये Citrus फलों में पाया जाता है जो उन कैंसर कोशिकाओ को भी नष्ट कर सकता जो कीमोथेरेपी को भी respond नहीं कर रही है यानि यह कीमोथेरेपी रेजिस्टेंस को कम करता है.
इस प्रकार खट्टे फलों (Citrus Fruit) में लगभग ये सभी प्रकार के कैंसररोधी flavanoid मिल सकते है, ये मुख्यता टमाटर, सेब, नीम्बू ,संतरा,अंगूर,बेर इत्यादि फलों और उनके छिलके के आन्तरिक हिस्से में बहुत ज्यादा पाए जाते है, तो कैंसर रोगियों को इन फलों को अपने भोजन का हिस्सा जरुर बनाना चाइये .क्योकि ये फल शरीर को जरुरी Flavanoid या विटामिन P देते है।