Impact

Yogi Adityanath : CM of UP

                        जब सम्पूर्ण पूर्वी उत्तर प्रदेश जेहाद, धर्मान्तरण, नक्सली व माओवादी हिंसा, भ्रष्टाचार तथा अपराध की अराजकता में जकड़ा था उसी समय नाथपंथ के विश्व प्रसिद्ध मठ श्री गोरक्षनाथ मंदिर गोरखपुर के पावन परिसर में शिव गोरक्ष महायोगी गोरखनाथ जी के अनुग्रह स्वरूप माघ शुक्ल 5 संवत् 2050 तदनुसार 15 फरवरी सन् 1994 की शुभ तिथि पर गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ जी महाराज ने अपने उत्तराधिकारी योगी आदित्यनाथ जी का दीक्षाभिषेक सम्पन्न किया।

                            योगीजी का जन्म देवाधिदेव भगवान् महादेव की उपत्यका में स्थित देव-भूमि उत्तराखण्ड में 5 जून सन् 1972 को हुआ। शिव अंश की उपस्थिति ने छात्ररूपी योगी जी को शिक्षा के साथ-साथ सनातन हिन्दू धर्म की विकृतियों एवं उस पर हो रहे प्रहार से व्यथित कर दिया। प्रारब्ध की प्राप्ति से प्रेरित होकर आपने 22 वर्ष की अवस्था में सांसारिक जीवन त्यागकर संन्यास ग्रहण कर लिया। आपने विज्ञान वर्ग से स्नातक तक शिक्षा ग्रहण की तथा छात्र जीवन में विभिन्न राष्ट्रवादी आन्दोलनों से जुड़े रहे।.


                            जब सम्पूर्ण पूर्वी उत्तर प्रदेश जेहाद, धर्मान्तरण, नक्सली व माओवादी हिंसा, भ्रष्टाचार तथा अपराध की अराजकता में जकड़ा था उसी समय नाथपंथ के विश्व प्रसिद्ध मठ श्री गोरक्षनाथ मंदिर गोरखपुर के पावन परिसर में शिव गोरक्ष महायोगी गोरखनाथ जी के अनुग्रह स्वरूप माघ शुक्ल 5 संवत् 2050 तदनुसार 15 फरवरी सन् 1994 की शुभ तिथि पर गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ जी महाराज ने अपने उत्तराधिकारी योगी आदित्यनाथ जी का दीक्षाभिषेक सम्पन्न किया।

दीक्षा - नाथ सम्प्रदाय में योग दीक्षा सन् 1994 ई0।
दीक्षा गुरु - गोरक्षपीठाधीश्वर परम पूज्य महंत अवेद्यनाथ जी महराज।
अभिरुचि - धर्म, अध्यात्म, शिक्षा, समाज सेवा, सांस्कृतिक चिंतन, लेखन, हिन्दुत्वनिष्ठ राष्ट्रवादी राजनीति एवं गोरक्षा।
प्रकाशित पुस्तकें - यौगिक षट्कर्म, हठयोग: स्वरूप एवं साधना, राजयोग: स्वरूप एवं साधना, हिन्दू राष्ट्र नेपाल - अतीत एवं वर्तमान।

महायोगी गुरु गोरक्षनाथ एवं उनकी तपःस्थली गोरखनाथ मन्दिर, गोरखपुर
हिन्दू-धर्म, दर्शन, अध्यात्म और साधना के अन्तर्गत विभिन्न सम्प्रदायों और मत-मतान्तरों में नाथ सम्प्रदाय का प्रमुख स्थान है। भारतवर्ष का कोई प्रदेश, अंचल या जनपद नहीं है जिसे नाथसम्प्रदाय के सिद्धों या योगियों ने अपनी चरण रज से साधना और तत्त्वज्ञान की महिमा से पवित्र न किया हो। देश के कोने-कोने में स्थित सम्प्रदाय के तीर्थ-स्थल, मन्दिर, मठ, आश्रम, दलीचा, खोह, गुफा और टिल्ले इस बात के प्रत्यक्ष प्रमाण हैं कि नाथ सम्प्रदाय भारतवर्ष का एक अत्यन्त गौरवशाली प्रभविष्णु, क्रान्तिकारी तथा महलों से कुटियों तक फैला सम्पूर्ण मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करने वाला लोकप्रिय प्रमुख पंथ रहा है।



                                आपने संन्यासियों के प्रचलित मिथक को तोड़ा। धर्मस्थल में बैठकर आराध्य की उपासना करने के स्थान पर आराध्य के द्वारा प्रतिस्थापित सत्य एवं उनकी सन्तानों के उत्थान हेतु एक योगी की भाँति गाँव-गाँव और गली-गली निकल पड़े। सत्य के आग्रह पर देखते ही देखते राष्ट्र भक्तों की सेना चलती रही और उनकी एक लम्बी कतार आपके साथ जुड़ती चली गयी। इस अभियान ने एक आन्दोलन का स्वरूप ग्रहण किया और हिन्दू पुनर्जागरण का इतिहास सृजित हुआ।

                                अपनी पीठ की परम्परा के अनुसार आपने पूर्वी उत्तर प्रदेश में व्यापक जनजागरण का अभियान चलाया। सहभोज के माध्यम से छुआछूत और अस्पृश्यता की भेदभावकारी रूढ़ियों पर जमकर प्रहार किया। वृहद् हिन्दू समाज को संगठित कर राष्ट्रवादी शक्ति के माध्यम से हजारों मतान्तरित हिन्दुओं की ससम्मान घर वापसी का कार्य किया। गोसेवा के लिए आम जनमानस को जागरूक करके गोवंशों का संरक्षण एवं सम्वर्धन करवाया। पूर्वी उत्तर प्रदेश में सक्रिय समाज विरोधी एवं राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर भी प्रभावी अंकुश लगाने में आपने सफलता प्राप्त की। आपके हिन्दू पुनर्जागरण अभियान से प्रभावित होकर गाँव, देहात, शहर एवं अट्टालिकाओं में बैठे युवाओं ने इस अभियान में स्वयं को पूर्णतया समर्पित कर दिया। बहुआयामी प्रतिभा के धनी योगी जी, धर्म के साथ-साथ सामाजिक, राजनीतिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से राष्ट्र की सेवा में रत हो गये।

                                अपने पूज्य गुरुदेव के आदेश एवं गोरखपुर संसदीय क्षेत्र की जनता की मांग पर आपने वर्ष 1998 में लोकसभा चुनाव लड़ा और मात्र 26 वर्ष की आयु में भारतीय संसद के सबसे युवा सांसद बने। जनता के बीच दैनिक उपस्थिति, संसदीय क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले लगभग 1500 ग्रामसभाओं में प्रतिवर्ष भ्रमण तथा हिन्दुत्व और विकास के कार्यक्रमों के कारण गोरखपुर संसदीय क्षेत्र की जनता ने आपको वर्ष 1999, 2004 और 2009, 2014 के चुनाव में निरन्तर बढ़ते हुए मतों के अन्तर से विजयी बनाकर पाँच बार लोकसभा का सदस्य बनाया। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा को भारी बहुमत मिलने के बाद 19 मार्च 2017 को महन्त योगी आदित्यनाथ जी महाराज उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री बनें।

                                    संसद में सक्रिय उपस्थिति एवं संसदीय कार्य में रुचि लेने के कारण आपको केन्द्र सरकार ने खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग और वितरण मंत्रालय, चीनी और खाद्य तेल वितरण, ग्रामीण विकास मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी, सड़क परिवहन, पोत, नागरिक विमानन, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालयों के स्थायी समिति के सदस्य तथा गृह मंत्रालय की सलाहकार समिति, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और अलीगढ़ विश्वविद्यालय की समितियों में सदस्य के रूप में समय-समय पर नामित किया।

                        व्यवहार कुशलता, दृढ़ता और कर्मठता से उपजी आपकी प्रबन्धन शैली शोध का विषय है। इसी अलौकिक प्रबन्धकीय शैली के कारण आप लगभग चार दर्जन शैक्षणिक एवं चिकित्सकीय संस्थाओं के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मंत्री, प्रबन्धक या संयुक्त सचिव हैं।



                                हिन्दुत्व के प्रति अगाध प्रेम तथा मन, वचन और कर्म से हिन्दुत्व के प्रहरी योगीजी को विश्व हिन्दु महासंघ जैसी हिन्दुओं की अन्तर्राष्ट्रीय संस्था ने अन्तर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा भारत इकाई के अध्यक्ष का महत्त्वपूर्ण दायित्व दिया, जिसका सफलतापूर्वक निर्वहन करते हुए आपने वर्ष 1997, 2003, 2006 में गोरखपुर में और 2008 में तुलसीपुर (बलरामपुर) में विश्व हिन्दु महासंघ के अन्तर्राष्ट्रीय अधिवेशन को सम्पन्न कराया। सम्प्रति आपके प्रभामण्डल से सम्पूर्ण विश्व परिचित हुआ।


                आपकी बहुमुखी प्रतिभा का एक आयाम लेखक का है। अपने दैनिक वृत्त पर विज्ञप्ति लिखने जैसे श्रमसाध्य कार्य के साथ-साथ आप समय-समय पर अपने विचार को स्तम्भ के रूप में समाचार-पत्रों में भेजते रहते हैं। अत्यल्प अवधि में ही ‘यौगिक षटकर्म’, ‘हठयोग: स्वरूप एवं साधना’, ‘राजयोग: स्वरूप एवं साधना’ तथा ‘हिन्दू राष्ट्र नेपाल’ नामक पुस्तकें लिखीं। श्री गोरखनाथ मन्दिर से प्रकाशित होने वाली कई पुस्तकों के सम्पादक, मासिक योग पत्रिका ‘योगवाणी’ के आप प्रधान सम्पादक हैं तथा ‘हिन्दवी’ साप्ताहिक समाचार पत्र के प्रधान सम्पादक रहे। आपका कुशल नेतृत्व युगान्तकारी है और एक नया इतिहास रच रहा है।

  • 1998 : 12वीं लोक सभा के लिए पहली बार गोरखपुर संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित।
  • 1999 : 13वीं लोक सभा के लिए दूसरी बार गोरखपुर संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित।
  • 2004 : 14वीं लोक सभा हेतु पुनः तीसरी बार निर्वाचित।
  • 2009 : 15वीं लोक सभा हेतु पुनः चौथी बार निर्वाचित।
  • 2014 : 16वीं लोक सभा हेतु पुनः पाँचवी बार निर्वाचित।

संसदीय जिम्मेदारियाँ

1998-99

सदस्य - खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और वितरण मंत्रालय
सदस्य - चीनी और खाद्य तेल वितरण, उप समिति
सदस्य - गृह मंत्रालय की सलाहकार समिति

1999-2004

सदस्य - खाद्य, नागरिक पूर्ति और सार्वजनिक वितरण सम्बन्धी समिति।
सदस्य - परामर्शदात्री समिति, गृह मंत्रालय, भारत सरकार।
सदस्य – पशु कल्याण बोर्ड, नई दिल्ली।
सदस्य – गो सेवा आयोग उ.प्र.।

2004-2009

सदस्य - परामर्शदात्री समिति गृह मंत्रालय।
सदस्य - स्थायी समिति विदेश मंत्रालय।
सदस्य - काशी हिन्दू विश्वविद्यालय कोर्ट।
सदस्य - अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय कोर्ट।
सदस्य - आश्वासन समिति, भारत सरकार।

2009-2014

सदस्य स्थाई समिति - पर्यटन एवं संस्कृति मन्त्रालय, भारत सरकार।
सदस्य - सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मन्त्रालय, भारत सरकार।
सदस्य परामर्शदात्री समिति - गृह मन्त्रालय, भारत सरकार।

2014 से अगस्त 2017 तक

सभापति - संयुक्त सदस्यीय समिति वेतन, भत्तों एवं पेंशन सम्बन्धी
सदस्य - गृह मंत्रालय की सलाहकार समिति
सदस्य - सड़क परिवहन, पर्यटन एवम् संस्कृति मंत्रालय की संसदीय स्थायी समिति
सदस्य - सार्वजनिक उपक्रम सम्बन्धी संसदीय समिति

मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री दिनांक 19 मार्च 2017 से ...

विदेश यात्राएं

अमेरिका,मलेशिया,थाईलैण्ड,सिंगापुर,कम्बोडिया,नेपाल।

Yogi Aditya Nath

            अपने धार्मिक उत्तरदायित्व का निर्वहन करने के साथ-साथ योगी जी निरंतर समाज से जुड़ी समस्याओं के निवारण के लिए प्रयास करते रहते हैं। व्यक्तिगत समस्याओं से लेकर विकास योजनाओं तक की समस्याओं का हल वे बहुत ही धैर्यपूर्वक निकालते हैं। प्रस्तुत है समाज के विकास से जुड़ी समस्याओं के निदान के लिए किये गये उनके प्रयास और उपलब्धियाँ।



वर्ष 2009 से 2013



1. रामगढ़ताल परियोजना के लिये रु 124 करोड़ स्वीकृत, कार्य आरम्भ।
2. इन्सेफ्लाइटिस के निःशुल्क उपचार एवं उन्मूलन के लिये राष्ट्रीय कार्यक्रम घोषित।
3. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की तर्ज पर होगा बी.आर.डी.मेडिकल कालेज, गोरखपुर का विकास।
4. गोरखपुर बाईपास का शुभारम्भ कुल लागत रु 624 करोड़।
5. महेसरा सेतु स्वीकृत रु 9.25 करोड़ कार्य प्रारम्भ।
6. सिसई घाट का शुभारम्भ रु 10.68 करोड़।
7. रामपुर सेतु का शुभारम्भ।
8. गोरखपुर में फर्टिलाइजर कारखाना स्थापना का मार्ग प्रशस्त।
9. दूरदर्शन केन्द्र में स्टूडियों भवन का निर्माण तथा अपलिकिंग सुविधा की स्वीकृति।
10. आकाशवाणी केन्द्र में 10 किलोवाट का एफ.एम. चैनल स्वीकृत।
11. डोमिनगढ़ में सेतु निर्माण स्वीकृत रु 915.74 लाख।
12. गोरखपुर-लखनऊ रेलमार्ग का दोहरीकरण कार्य अन्तिम चरण में।
13. गोरखपुर-लखनऊ रेलमार्ग का विद्युतीकरण कार्य अन्तिम चरण में।
14. डोमिनगढ़ तथा गाहासाड़ में रेलवे पुल के साथ फुटपाथ वे का निर्माण।
15. सहजनवा में ओवरब्रिज स्वीकृत।
16. प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, केन्द्रीय सड़क निधि, राज्य सड़क निधि से गोरखपुर संसदीय क्षेत्र की 300 किमी. मार्गो का निर्माण।
17. गोरखपुर महानगर को पेयजल के लिये रु 100 करोड़ स्वीकृत ।
18. बाढ़ से बचाव के लिये केन्द्र की ओर से माधवपुर-हार्वट, महेवा-मनौली, मानीराम-कुदरिया, बढ़या-कोठा,         मोहम्मदपुर-कौलिया, बेलसर-रिगौली, सिसई-कालेसर तटबन्ध की सुदृढ़ीकरण कार्ययोजना स्वीकृत।
19. गोरखपुर फूड पार्क की स्वीकृति।
20. सहजनवा-दोहरीघाट, सहजनवा-बॉसी तक नई रेल लाइन सर्वे की स्वीकृति।
21. चार फाटक ओवरब्रिज का शुभारम्भ ।
22. केन्द्रीय विश्वविद्यालय के लिये पुरजोर प्रयास।
23. हाईकोर्ट की बैंच गोरखपुर में स्थापित करने को लेकर जोरदार प्रयास।
24. भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में स्थान के लिये पहल।
25. गोरखपुर-दुर्ग, गोरखपुर-मुम्बई के बीच नई ट्रेन सेवा।
26. मंछरिया घाट का सेतु निर्माण।
27. खड़खड़िया घाट का सेतु निर्माण।
28. गोरखपुर-गोण्डा लूप लाइन आमान परिवर्तन का कार्य।
29. तरंग क्रासिंग तथा सूर्यकुण्ड में नए ओवरब्रिज का निर्माण।
30. गोरखपुर-दिल्ली वायुसेवा पुनः प्रारम्भ।
31. बी.आर.डी.मेडिकल कालेज में ट्रामा सेन्टर की स्वीकृति।
32. इण्डियन ऑयल के बोंटलिंग प्लांट गोरखपुर के लिये स्वीकृत।
33. गोरखपुर-वाराणसी मार्ग का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण करने का प्रयास।
34. गोरखपुर-सोनौली मार्ग के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का प्रस्ताव स्वीकृत।
35. गोरखपुर-खजनी-सिकरीगंज मार्ग का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का प्रस्ताव, कार्य प्रगति पर।
36. बी.आर.डी.मेडिकल कालेज में नए इन्सेफ्लाइटिस वार्ड की स्वीकृति।
37. बी.आर.डी. मेडिकल कॉलेज में रिहेब्लिटेशन सेन्टर का निर्माण।
38. जंगल घूसड़ महाविद्यालय में योगिराज गम्भीरनाथ निःशुल्क सिलाई कढ़ाई सेन्टर का शुभारम्भ।
39. चारगांवा विकास खण्ड के तिनकोनिया न -3 में वनटॉंगिया बच्चों की शिक्षा के लिये हिन्दू विद्यापीठ का शुभारम्भ।
40. चन्द्रलोक कुष्ठ आश्रम के बच्चों की शिक्षा के लिये विद्यालय का शुभारम्भ।
41. इन्दिरा आवास योजना के अन्तर्गत 2 हजार आवास प्रतिवर्ष अतिरिक्त की स्वीकृति।
42. गोरखपुर महानगर को विकास की बुनियादी सुविधा के लिये जे.एन.यू.आर.एम. में चयन।
43. गोरखपुर संसदीय क्षेत्र में सांसद विकास निधि से 225 गाँवों का विद्युतीकरण।
44. गोरखपुर संसदीय क्षेत्र में सांसद विकास निधि से 100 गाँवों में धर्मशाला/पुस्तकालय का निर्माण।
45. गोरखपुर संसदीय क्षेत्र में सांसद विकास निधि से कुल 100 किमी. मार्गो का नवनिर्माण।
46. ग्रामीण विद्युतीकरण योजनान्तर्गत कुल 500 गाँवों में विद्युतीकरण स्वीकृत।
47. ग्रामीण पेयजल योजनान्तर्गत धनराशि रु 300 करोड़ स्वीकृत।
48. सांसद विकास निधि से आर्थिक रूप से कमजोर विद्यालयों को एक कक्षीय भवन।
49. गोरखपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 10 कस्तुरबा विद्यालय तथा 25 जूनियर हाईस्कूल/प्राथमिक विद्यालय स्वीकृत।
50. गोरखपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 10 नए सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण।
51. पॉच वर्षो में 50 स्वास्थ्य मेला एवं 50 कृत्रिम अंग उपकरण वितरण कैम्प।


वर्ष 2004-2009



1. दूरदर्शन केन्द्र गोरखपुर के नये भवन तथा स्टूडियो भवन का निर्माण।
2. हेड पोस्ट ऑफिस गोरखपुर के नये भवन का निर्माण।
3. धर्मशाला ओवर ब्रिज़ का निर्माण।
4. राप्ती नदी के नए सेतु का निर्माण।
5. चारफाटक, हुमायूंपुर क्रासिंग (तरंग), सूर्यकुण्ड क्रासिंग पर तीन नए उपरिगामी सेतु स्वीकृत एवं दो पर कार्य प्रारम्भ।
6. रामगढ़ ताल की परियोजना को लेक कन्जर्वेशन स्कीम के अन्तर्गत लाना।
7. शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार से गोरखपुर महानगर को पेयजल की सौ करोड़ रुपये की परियोजना की स्वीकृति।
8. बी. आर. डी. मेडिकल कालेज में ‘वाइरल रिसर्च सेन्टर’ की स्थापना।
9. जापानी इन्सेफेलाइटिस के उन्मूलन हेतु पहली बार भारत सरकार द्वारा ‘टीकाकरण’ की व्यवस्था करवाना।
10. गोरखपुर को वायु सेवा से जोड़ना।
11. गोरखपुर से दिल्ली गोरखधम सुपरफास्ट ट्रेन तथा गोरखपुर से लखनऊ इण्टरसिटी प्रारम्भ करवाना।
12. गोरखपुर सिटी स्टेशन का निर्माण।
13. गोरखपुर-लखनऊ रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण परियोजना की स्वीकृति करवाना।
14. गोरखपुर-लखनऊ रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण कार्य स्वीकृत करवाना।
15. ताला विद्युत परियोजना के तहत गीडा में 400 केवीए का नया स्टेशन स्थापित करवाना।
16. गीडा में ‘फूड प्रोसेसिंग पार्क’ की स्वीकृति।
17. गीडा में ‘टेक्सटाइल पार्क’ की स्वीकृति।
18. महेसरा सेतु का निर्माण।
19. गोरखपुर-नौतनवां-गोण्डा लूप लाइन का आमान परिवर्तन स्वीकृत करवाना।
20. गोरखपुर-सोनौली राज्य मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग बनवाना।
21. आकाशवाणी में एफ.एम. चैनल की स्वीकृति।
22. गोरखपुर महानगर की बाढ़ से सुरक्षा के लिए ‘माधोपुर तटबन्ध्’ की बोल्डर पिचिंग, हावर्ट तटबन्ध् पर सुरक्षा दीवार तथा महेवा-अजवनिया-मलौनी तटबन्ध् पर सुरक्षा दीवार की स्वीकृति।
23. गीडा से जगदीशपुर-सोनबरसा तक गोरखपुर बाईपास का कार्य प्रारम्भ करवाना।
24. दहलाघाट(जंगल कौड़िया) के पुल का निर्माण।
25. मानीराम-कुदरिया तटबन्ध् का सुदृढ़ीकरण कार्य।
26. चार वर्षों में 15 स्थानों पर निःशुल्क विकलांग उपकरण वितरण शिविर।
27. चार वर्षों में 22 स्वास्थ्य मेले। लगभग दो लाख गरीब जनता लाभान्वित।
28. प्रधानमंत्री ग्राम्य सड़क योजना के अन्तर्गत गोरखपुर संसदीय क्षेत्र में विभिन्न मार्गों पर कुल 300 किमी. सड़क के निर्माण की स्वीकृति।
29. गोरखपुर में एक नए केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना।
30. राप्ती नदी पर चार लेन के नए सेतु के निर्माण की स्वीकृति।
31. सही, सस्ती एवं विश्वसनीय चिकित्सीय सुविध के लिए ‘गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय’ की स्थापना।
32. ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षा के विस्तार के लिए ‘महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़’ की स्थापना।
33. गोरखपुर जिला चिकित्सालय एवं महिला चिकित्सालय का उत्तर प्रदेश हेल्थ डेवलपमेंट स्कीम के तहत जीर्णोद्धार एवं  अत्याधुनिक सुविध से युक्त करवाना।
34. ग्रामीण क्षेत्रों में सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के भवन निर्माण की स्वीकृति।
35. महिला शिक्षा के उत्थान हेतु ‘महाराणा प्रताप महिला महाविद्यालय, रामदत्तपुर’ एवं बच्चों को संस्कारयुक्त   आधुनिक शिक्षा के लिए ‘महाराणा प्रताप सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल’ की स्थापना।
36. ग्रामीण क्षेत्रों में न्याय पंचायत स्तर पर जूनियर हाई स्कूल तथा ग्राम पंचायत स्तर पर प्राथमिक विद्यालय की   स्वीकृति।
37. गोरखपुर संसदीय क्षेत्र के अधिकतर उच्च माध्यमिक विद्यालयों, इण्टरमीडिएट एवं उच्च शिक्षा संस्थानों को सांसद   निधिसे भवन निर्माण हेतु सहायता।
38. ग्रामीण क्षेत्रों के अध्कितर ग्राम पंचायतों में वाचनालय, पुस्तकालय, धर्मशाला का निर्माण सांसद निधिसे तथा राष्ट्रीय  श्रम विकास योजनान्तर्गत सामुदायिक केन्द्रों का निर्माण।
39. भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने के मुद्दे को पुरजोर तरीके से संसद में रखना।
40. राजकीय अन्ध् विद्यालय लालडिग्गी के भवन का निर्माण।
41. मूक बधिर विद्यालय, हुमायूंपुर में निर्माण कार्य।
42. ऐतिहासिक धार्मिक स्थल मान सरोवर, पुराना गोरखपुर के जीर्णोद्धार की व्यवस्था।
43. शहीद विजय शंकर शुक्ल, शहीद शिव सिंह की मूर्ति स्थापना।
44. अमर बलिदानी बाबू बन्धू सिंह की मूर्ति स्थापना का मार्ग प्रशस्त करना।
45. शहीद मेजर उदय सिंह के स्मारक के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करना।
46. चन्द्रलोक कुष्ठ आश्रम का जीर्णोद्धार तथा कुष्ठ रोगियों के बच्चों को निःशुल्क पढ़ाने की आधुनिक व्यवस्था करना।
47. शक्ति पीठ बाँस स्थान का जीर्णोद्धार।
48. निर्बल आवास योजना में जनपद गोरखपुर के लिए 2 हजार आवास प्रतिवर्ष अतिरिक्त आवंटित करवाना।
49. विद्युतीकरण योजना में सांसद निधि से कुल 200 ग्राम सभाओं में तथा ग्रामीण विद्युतीकरण योजनान्तर्गत कुल  300 गाँवों में विद्युतीकरण।
50. पिछले पाँच वर्षों में कुल 15 टेलीफोन एक्सचेंज, 10 पोस्ट आफिस तथा 6 पशु चिकित्सालय स्थापित किए गए।


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